कसम से जितना लोलु इस केजरीवाल और इसके सगों ने दिल्ली की बुद्धिमान जनता को बनाया है , मेरी दादी जिन्दा होतीं तो कहतीं 'कीड़े पड़ेंगे इन्हे' .. बचपन की कहावत "येड़ा बनके पेड़ा खाना" का असल अर्थ क्या होता है इस कुचरित्र व्यक्तियों के समूह ने बताया है.. भगवान जाने अगले ४ साल अपने घर भरने को और क्या क्या नए प्रावधान लाएगा ये आदमी..!! दिल कर रहा है सारे भीषड़ भीषड़ अपशब्दों के विशेषण लिख डालूं इस भारत माँ के लाल के लिये ... कितनी आशाएं थी इस कुलक्षने से ...
Anupam S Shlok
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